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बिहार मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना 2025

 युवाओं के लिए सुनहरा अवसर आज के दौर में शिक्षा और कौशल विकास ही किसी भी राज्य और देश की असली ताकत है। यही वजह है कि बिहार सरकार ने युवाओं को प्रशासनिक कार्यों और नीतिगत निर्णयों से जोड़ने के लिए बिहार मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना की शुरुआत की है। यह योजना उन छात्रों और युवाओं के लिए है जो पढ़ाई के बाद सीधे शासन-प्रशासन में अनुभव प्राप्त करना चाहते हैं। इस योजना के जरिए न सिर्फ युवाओं को आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि उन्हें अपने कौशल को निखारने और राज्य के विकास कार्यों में योगदान करने का भी मौका मिलेगा। योजना की शुरुआत और उद्देश्य मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना का मुख्य उद्देश्य बिहार के प्रतिभाशाली युवाओं को नीति निर्माण, सरकारी योजनाओं की निगरानी और उनके क्रियान्वयन में प्रत्यक्ष अनुभव दिलाना है। इस योजना के तहत चुने गए युवाओं को सरकार के विभिन्न विभागों, जिलों और प्रोजेक्ट्स में काम करने का अवसर मिलेगा। सरकार का मानना है कि जब शिक्षित और ऊर्जावान युवा प्रशासन के साथ मिलकर काम करेंगे तो योजनाओं का असर और तेज़ तथा पारदर्शी होगा। योजना के प्रमुख लाभ मासिक वजीफा – चयनित फेलोज़ को ...

उत्तराखण्ड मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना

मातृ एवं शिशु कल्याण की दिशा में बड़ा कदम भारत में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य हमेशा से सरकारों की प्राथमिकता में रहा है। हर राज्य अपनी-अपनी योजनाओं के माध्यम से गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में उत्तराखण्ड सरकार ने वर्ष 2021 में मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना की शुरुआत की। इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर माताओं को प्रसव के बाद आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराना और नवजात शिशु की देखभाल को सरल बनाना है। योजना की शुरुआत और उद्देश्य उत्तराखण्ड सरकार ने यह योजना 2021 में शुरू की। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों की महिलाओं और नवजात शिशुओं को जन्म के तुरंत बाद बुनियादी सामग्री मिल सके। अक्सर देखा गया है कि कम आय वाले परिवार प्रसव के बाद आवश्यक वस्तुएं खरीदने में सक्षम नहीं होते, जिससे माँ और बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इस स्थिति को सुधारने के लिए सरकार ने महालक्ष्मी किट प्रदान करने की पहल की। महालक्ष्मी किट में क्या मिलता है? योजना के अंतर्गत माँ और नवजात शिशु दोनों के लिए आवश्यक सामग्री दी जाती है। म...

हरियाणा लाडो सखी योजना 2025

 आंगनवाड़ी, आशा और एएनएम नर्सों के लिए नई पहल हरियाणा सरकार लगातार महिलाओं की सुरक्षा, गर्भवती महिलाओं की देखभाल और बच्चियों के जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए नई योजनाएँ ला रही है। इसी क्रम में 28 जुलाई 2025 को मुख्यमंत्री ने लाडो सखी योजना (जिसे सहेली कार्यकर्ता प्रोत्साहन योजना भी कहा जाता है) की शुरुआत की। यह योजना विशेष रूप से उन जमीनी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए है जो दिन-रात समाज की सेवा कर रही हैं – जैसे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर और एएनएम नर्स । इस योजना के तहत, हर बार जब किसी बच्ची का जन्म होगा, संबंधित कार्यकर्ता को ₹1,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। योजना का उद्देश्य लाडो सखी योजना के पीछे सरकार की दो बड़ी सोच है – गर्भवती महिलाओं की अतिरिक्त देखभाल सुनिश्चित करना ताकि प्रसव सुरक्षित हो और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ कम हों। स्वास्थ्य एवं बाल विकास से जुड़ी जमीनी कार्यकर्ताओं को आर्थिक सहायता देकर प्रोत्साहित करना , ताकि वे और अधिक मेहनत व समर्पण से कार्य कर सकें। योजना की मुख्य विशेषताएँ योजना का शुभारंभ: 28 जुलाई 2025 लाभ: हर बच्ची के ज...

बिहार राज्य निःशक्तता पेंशन योजना 2025

 विकलांग व्यक्तियों के लिए आर्थिक सहारा बिहार सरकार समय-समय पर समाज के कमजोर वर्गों के लिए कई योजनाएँ लेकर आती रही है। इन्हीं योजनाओं की श्रृंखला में राज्य सरकार ने दिव्यांगजनों के लिए “बिहार राज्य निःशक्तता पेंशन योजना” शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत योग्य दिव्यांग नागरिकों को हर महीने पेंशन के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। हाल ही में सरकार ने पेंशन राशि को बढ़ाकर ₹1,100 प्रतिमाह कर दिया है, जिससे लाखों लाभार्थियों को सीधा फायदा होगा। इस आर्टिकल में हम योजना की पूरी जानकारी विस्तार से साझा कर रहे हैं – जैसे कि इसके लाभ, पात्रता, जरूरी दस्तावेज़, आवेदन प्रक्रिया (ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों), महत्वपूर्ण लिंक और हेल्पलाइन नंबर। योजना का उद्देश्य दिव्यांग व्यक्ति समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, लेकिन अक्सर शारीरिक या मानसिक अक्षमता के कारण उन्हें रोजगार और आर्थिक संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार ने यह पेंशन योजना शुरू की है। इसका मुख्य उद्देश्य है: दिव्यांग नागरिकों को आत्मनिर्भर बनाना। उन्हें नियमित आर्थिक सहायता उपलब्ध ...

बिहार लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना 2025

 विधवा महिलाओं के लिए सम्मानजनक जीवन की पहल बिहार सरकार हमेशा से समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाती रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक प्रमुख योजना है लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना , जिसे आमतौर पर विधवा पेंशन योजना के नाम से जाना जाता है। यह योजना 2007 में शुरू की गई थी और हाल ही में जून 2025 में इसमें बड़ा बदलाव किया गया है। अब पात्र विधवा महिलाओं को हर महीने ₹1,100 की पेंशन राशि सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जाएगी। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि इस योजना के तहत क्या लाभ मिलते हैं, पात्रता क्या है, किन दस्तावेजों की जरूरत है और आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है। बिहार लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का उद्देश्य किसी भी महिला के लिए विधवा होना एक कठिन परिस्थिति है। आर्थिक संकट और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार ने इस योजना की शुरुआत की ताकि राज्य की विधवा महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा सके और उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिले। योजना की मुख्य विशेषताएं योजना का ...

बिहार मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना 2025

 बिहार सरकार ने हमेशा से समाज के कमजोर वर्गों और ज़रूरतमंद लोगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएँ शुरू की हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना (MVPY) , जो राज्य के वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक सहयोग और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। यह योजना विशेष रूप से उन बुजुर्गों के लिए है जिनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है और जो किसी अन्य पेंशन योजना का लाभ नहीं ले रहे हैं। इस लेख में हम इस योजना से जुड़ी सभी अहम जानकारियों को विस्तार से समझेंगे। मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना की पृष्ठभूमि बुजुर्ग अवस्था जीवन का वह समय है जब व्यक्ति को सहारे और सम्मान की सबसे अधिक आवश्यकता होती है। पहले इस योजना के अंतर्गत 60–79 वर्ष आयु वालों को ₹400 और 80 वर्ष या उससे अधिक आयु वालों को ₹500 प्रति माह पेंशन मिलती थी। लेकिन यह राशि उनकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं थी। इसलिए बिहार सरकार ने 24 जून 2025 को कैबिनेट बैठक में फैसला लिया और पेंशन राशि को बढ़ाकर ₹1,100 प्रति माह कर दिया। अब राज्य का हर पात्र वरिष्ठ नागरिक प्रतिमाह यह राशि अपने बैंक...

राजस्थान डॉ. भीमराव अंबेडकर पंच तीर्थ योजना 2025

 राजस्थान सरकार समय-समय पर समाज के वंचित और पिछड़े वर्गों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएँ चलाती रही है। इसी कड़ी में 14 अप्रैल 2025 को, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर एक ऐतिहासिक योजना की शुरुआत की गई, जिसका नाम है डॉ. भीमराव अंबेडकर पंच तीर्थ योजना । यह योजना राज्य के अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के नागरिकों को जीवन में एक बार बाबा साहेब से जुड़े पाँच प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा का अवसर प्रदान करती है। योजना का उद्देश्य सिर्फ यात्रा ही नहीं, बल्कि समाज को डॉ. अंबेडकर के विचारों और योगदान से जोड़ना है। सरकार ने इस योजना को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से लागू किया है। मुख्य उद्देश्य राजस्थान के SC वर्ग के लोगों को बाबा साहेब से जुड़े तीर्थ स्थलों का दर्शन कराना। अनुसूचित जाति समुदाय में सामाजिक और शैक्षिक जागरूकता बढ़ाना। डॉ. अंबेडकर के जीवन संघर्ष और योगदान से नई पीढ़ी को प्रेरित करना। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को बिना खर्च किए ऐसी यात्रा की सुविधा देना। योजना के अंतर्गत शामिल पाँच तीर्थ स्थल डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन से जुड़े ये पाँच स्थल प...