राजस्थान डॉ. भीमराव अंबेडकर पंच तीर्थ योजना 2025
राजस्थान सरकार समय-समय पर समाज के वंचित और पिछड़े वर्गों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएँ चलाती रही है। इसी कड़ी में 14 अप्रैल 2025 को, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर एक ऐतिहासिक योजना की शुरुआत की गई, जिसका नाम है डॉ. भीमराव अंबेडकर पंच तीर्थ योजना। यह योजना राज्य के अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के नागरिकों को जीवन में एक बार बाबा साहेब से जुड़े पाँच प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा का अवसर प्रदान करती है।
योजना का उद्देश्य सिर्फ यात्रा ही नहीं, बल्कि समाज को डॉ. अंबेडकर के विचारों और योगदान से जोड़ना है। सरकार ने इस योजना को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से लागू किया है।
मुख्य उद्देश्य
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राजस्थान के SC वर्ग के लोगों को बाबा साहेब से जुड़े तीर्थ स्थलों का दर्शन कराना।
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अनुसूचित जाति समुदाय में सामाजिक और शैक्षिक जागरूकता बढ़ाना।
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डॉ. अंबेडकर के जीवन संघर्ष और योगदान से नई पीढ़ी को प्रेरित करना।
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आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को बिना खर्च किए ऐसी यात्रा की सुविधा देना।
योजना के अंतर्गत शामिल पाँच तीर्थ स्थल
डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन से जुड़े ये पाँच स्थल पंच तीर्थ कहलाते हैं।
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जन्म भूमि – महू (मध्य प्रदेश)
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शिक्षा भूमि – लंदन (यूके) – इसे अगले चरण में जोड़ा जाएगा।
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दीक्षा भूमि – नागपुर (महाराष्ट्र)
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महापरिनिर्वाण भूमि – हलीपुर (दिल्ली)
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चैत्य भूमि – इंदुमिल, मुंबई
पहले चरण में लंदन को छोड़कर चार भारतीय स्थलों को योजना में शामिल किया गया है।
यात्रा का तरीका और खर्च
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यात्रा बस, ट्रेन या हवाई जहाज़ से करवाई जाएगी।
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रहने, खाने-पीने और परिवहन का पूरा खर्च राजस्थान सरकार उठाएगी।
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चयनित लाभार्थियों को अपने नज़दीकी रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड या एयरपोर्ट तक अपने खर्च पर पहुँचना होगा।
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पूरी यात्रा सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से करवाई जाएगी।
लाभ
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अनुसूचित जाति वर्ग के नागरिकों को मुफ्त यात्रा की सुविधा।
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एक जीवनभर का अवसर, जिसमें वे बाबा साहेब के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण स्थान देख सकेंगे।
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यात्रा के दौरान भोजन और आवास की पूरी व्यवस्था राज्य सरकार करेगी।
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यात्रा से सामाजिक समानता और प्रेरणा का संदेश मिलेगा।
पात्रता शर्तें
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आवेदक राजस्थान का स्थायी निवासी हो।
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आवेदक अनुसूचित जाति वर्ग से हो।
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आयकर दाता (Taxpayer) न हो।
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पहले इस योजना का लाभ न लिया हो।
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शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हो।
अपात्र लोग
निम्न बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति आवेदन नहीं कर सकते:
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कोविड-19, स्वाइन फ्लू, टी.बी.
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हृदय रोग, श्वसन रोग, कोरोनरी थ्रॉम्बोसिस
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कुष्ठ रोग
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मानसिक बीमारी
ज़रूरी दस्तावेज़
आवेदन करते समय लाभार्थी को ये दस्तावेज़ संलग्न करने होंगे:
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जन आधार कार्ड
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आधार कार्ड
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मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
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रंगीन फोटो
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अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र
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परिवार की आय प्रमाण पत्र
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दिव्यांग प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
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मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र
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दो आपातकालीन संपर्क नंबर
आवेदन प्रक्रिया
1. ऑनलाइन (ई-मित्र केंद्र से)
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इच्छुक आवेदक अपने नज़दीकी E-Mitra केंद्र पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
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एजेंट आपके behalf पर ऑनलाइन फॉर्म भरेगा और दस्तावेज़ अपलोड करेगा।
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सफल आवेदन के बाद एक रसीद दी जाएगी।
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फॉर्म और दस्तावेज़ों की जांच विभागीय अधिकारी करेंगे।
2. ऑफलाइन (विभागीय कार्यालय से)
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जिला या ब्लॉक स्तर के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग कार्यालय से निःशुल्क फॉर्म प्राप्त करें।
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फॉर्म को सही-सही भरकर सभी दस्तावेज़ संलग्न करें।
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जमा करने के बाद विभागीय अधिकारी दस्तावेज़ जांचेंगे और नाम जिला समिति को भेजेंगे।
चयन प्रक्रिया
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चयन पूरी तरह पारदर्शी तरीके से लॉटरी सिस्टम द्वारा होगा।
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जिला स्तरीय प्रबंधन समिति जिसमें जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, CEO जि़ला परिषद, CMO और अन्य अधिकारी शामिल होंगे, चयन प्रक्रिया पूरी करेंगे।
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चयनित आवेदकों को SMS द्वारा सूचना दी जाएगी।
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यात्रा की तिथि और समय अलग से बताया जाएगा।
दिशा-निर्देश
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यात्रा के दौरान अनुशासन बनाए रखें।
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ज्वलनशील पदार्थ या हानिकारक सामान साथ न ले जाएँ।
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यात्रा प्रभारी (Nodal Officer) के सम्पर्क में रहें।
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सहयात्रियों को असुविधा पहुँचाने वाली गतिविधियों से बचें।
अन्य संबंधित योजना
राजस्थान सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी "वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना" चलाई है, जिसमें उन्हें प्रमुख धार्मिक स्थलों पर निःशुल्क यात्रा करवाई जाती है।
निष्कर्ष
डॉ. भीमराव अंबेडकर पंच तीर्थ योजना सिर्फ एक यात्रा योजना नहीं है, बल्कि यह बाबा साहेब के जीवन और उनके संघर्षों से जुड़ने का एक अनमोल अवसर है। यह योजना अनुसूचित जाति वर्ग को आत्मिक और सामाजिक रूप से प्रेरित करेगी और समानता व न्याय के उनके संदेश को और सशक्त बनाएगी।
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