हरियाणा लाडो सखी योजना 2025
आंगनवाड़ी, आशा और एएनएम नर्सों के लिए नई पहल
हरियाणा सरकार लगातार महिलाओं की सुरक्षा, गर्भवती महिलाओं की देखभाल और बच्चियों के जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए नई योजनाएँ ला रही है। इसी क्रम में 28 जुलाई 2025 को मुख्यमंत्री ने लाडो सखी योजना (जिसे सहेली कार्यकर्ता प्रोत्साहन योजना भी कहा जाता है) की शुरुआत की। यह योजना विशेष रूप से उन जमीनी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए है जो दिन-रात समाज की सेवा कर रही हैं – जैसे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर और एएनएम नर्स।
इस योजना के तहत, हर बार जब किसी बच्ची का जन्म होगा, संबंधित कार्यकर्ता को ₹1,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
योजना का उद्देश्य
लाडो सखी योजना के पीछे सरकार की दो बड़ी सोच है –
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गर्भवती महिलाओं की अतिरिक्त देखभाल सुनिश्चित करना ताकि प्रसव सुरक्षित हो और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ कम हों।
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स्वास्थ्य एवं बाल विकास से जुड़ी जमीनी कार्यकर्ताओं को आर्थिक सहायता देकर प्रोत्साहित करना, ताकि वे और अधिक मेहनत व समर्पण से कार्य कर सकें।
योजना की मुख्य विशेषताएँ
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योजना का शुभारंभ: 28 जुलाई 2025
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लाभ: हर बच्ची के जन्म पर ₹1,000/- प्रोत्साहन राशि
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लाभार्थी:
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आशा वर्कर
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आंगनवाड़ी कार्यकर्ता
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एएनएम नर्स
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लागू विभाग: महिला एवं बाल विकास विभाग, हरियाणा सरकार
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भुगतान की प्रक्रिया: राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर होगी।
लाभार्थियों को मिलने वाले फायदे
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हर बच्ची के जन्म पर ₹1,000/- की आर्थिक सहायता।
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सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा और गर्भवती महिलाओं की देखभाल में सुधार।
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जमीनी स्तर पर काम करने वाली आशा, आंगनवाड़ी और एएनएम नर्सों का उत्साहवर्धन।
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संस्थागत प्रसव (हॉस्पिटल/स्वास्थ्य केंद्र में जन्म) की संख्या बढ़ेगी, जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम होगी।
पात्रता शर्तें
इस योजना का लाभ पाने के लिए कुछ बुनियादी शर्तें तय की गई हैं –
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लाभार्थी हरियाणा राज्य की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
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केवल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर और एएनएम नर्स ही पात्र होंगी।
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लाभ तभी मिलेगा जब बच्ची का जन्म सुरक्षित संस्थागत प्रसव के माध्यम से दर्ज कराया जाए।
आवश्यक दस्तावेज
योजना का लाभ लेने के लिए कार्यकर्ता को निम्न दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे –
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आधार कार्ड
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पासपोर्ट साइज फोटो
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परिवार पहचान पत्र (PPP ID)
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मोबाइल नंबर
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बैंक खाता विवरण (IFSC कोड सहित)
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जन्मी हुई बच्ची का पूरा विवरण
आवेदन प्रक्रिया
लाडो सखी योजना के लिए अलग से कोई आवेदन फॉर्म भरने की आवश्यकता नहीं है। कार्यकर्ता को अपने नियमित कर्तव्यों का पालन करना होगा, जैसे –
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गर्भवती महिलाओं का रजिस्ट्रेशन करना
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पोषण और स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाएँ देना
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टीकाकरण और वजन की नियमित जांच करना
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पीएम मातृ वंदना योजना एवं ममता कार्ड से जोड़ना
जैसे ही बच्ची का जन्म होता है, कार्यकर्ता को महिला एवं बाल विकास विभाग में निर्धारित प्रारूप में सूचना भेजनी होगी। विभाग जांच और सत्यापन के बाद ₹1,000 की राशि सीधे बैंक खाते में भेज देगा।
अन्य जुड़ी हुई योजनाएँ
हरियाणा सरकार ने महिलाओं और बच्चियों के लिए कई अन्य योजनाएँ भी शुरू की हैं। इनमें से एक है दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना, जिसके तहत महिलाओं को ₹2,100 प्रति माह की वित्तीय सहायता दी जाती है। यह योजना 25 सितंबर 2025 से लागू होगी।
योजना का महत्व
लाडो सखी योजना सिर्फ एक प्रोत्साहन योजना नहीं है, बल्कि यह समाज में बच्चियों के जन्म को सकारात्मक दृष्टि से देखने का संदेश भी देती है। साथ ही, यह उन कार्यकर्ताओं को सम्मान और समर्थन प्रदान करती है जो समाज के सबसे निचले स्तर पर महिलाओं और बच्चों की सेवा कर रही हैं।
यह पहल न केवल गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी बल्कि हरियाणा में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” जैसे अभियानों को भी मज़बूती देगी।
निष्कर्ष
हरियाणा लाडो सखी योजना 2025 राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल है। इससे जहाँ एक ओर आंगनवाड़ी, आशा वर्कर और एएनएम नर्सों को आर्थिक मदद और प्रोत्साहन मिलेगा, वहीं दूसरी ओर गर्भवती महिलाओं की देखभाल और बच्चियों की सुरक्षा भी बेहतर होगी।
अगर आप भी आंगनवाड़ी, आशा या एएनएम कार्यकर्ता हैं तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएँ। यह न सिर्फ आपके लिए सम्मान की बात है बल्कि समाज में बच्चियों के जन्म को बढ़ावा देने की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।
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