छत्तीसगढ़ बिजली सखी योजना 2025

 महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की नई राह

छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 23 अक्टूबर 2024 को “छत्तीसगढ़ बिजली सखी योजना” की शुरुआत की। इस योजना का उद्देश्य राज्य की महिला स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups - SHG) से जुड़ी महिलाओं की वार्षिक आय बढ़ाना है ताकि वे आर्थिक रूप से स्थिर और आत्मनिर्भर बन सकें।

योजना की शुरुआत और उद्देश्य

शुरुआत में इस योजना को जशपुर जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था, लेकिन इसके सफल परिणामों के बाद अब इसे पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में लागू कर दिया गया है।
सरकार का मुख्य उद्देश्य बिजली विभाग में मीटर रीडरों की कमी को पूरा करते हुए ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाओं को रोजगार और आमदनी का अवसर देना है।

इस योजना के माध्यम से, स्वयं सहायता समूहों की महिला सदस्यों को बिजली मीटर रीडिंग, स्पॉट बिलिंग (Spot Billing), और बिल वितरण का प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण के बाद, ये महिलाएं “बिजली सखी” के रूप में अपने क्षेत्र में कार्य करती हैं।

बिजली सखी योजना के अंतर्गत काम कैसे होता है

प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद प्रत्येक बिजली सखी को लगभग 1000 घरों की जिम्मेदारी दी जाती है। वे घर-घर जाकर बिजली मीटर की रीडिंग लेंगी, स्पॉट बिल तैयार करेंगी, और उपभोक्ताओं को बिल वितरित करेंगी।

सभी कार्य एंड्रॉयड मोबाइल ऐप और ब्लूटूथ थर्मल प्रिंटर की मदद से किए जाएंगे ताकि पूरा प्रोसेस डिजिटल और पारदर्शी बना रहे।

प्रत्येक मीटर रीडिंग के लिए सरकार द्वारा ₹12/- प्रति मीटर भुगतान किया जाएगा।
इस तरह एक बिजली सखी औसतन ₹6,000 से ₹12,000 प्रति माह तक कमा सकती है — और खास बात यह है कि उन्हें महीने में केवल 5 से 7 दिन ही काम करना होता है।

उनकी कमाई सीधे उनके आधार लिंक्ड बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी।

योजना के माध्यम से होने वाले लाभ

छत्तीसगढ़ सरकार के इस कदम से महिलाओं को घर बैठे आय का एक सम्मानजनक साधन मिल रहा है।
मुख्य लाभ इस प्रकार हैं:

  1. ✅ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मीटर रीडिंग और बिलिंग का निःशुल्क प्रशिक्षण

  2. ₹12 प्रति मीटर रीडिंग की दर से भुगतान।

  3. ✅ औसतन ₹6,000 से ₹12,000 मासिक आमदनी

  4. ✅ केवल 5-7 दिन काम कर के सम्मानजनक आमदनी।

  5. बिजली किट (Bijli Kit) प्रदान की जाएगी।

  6. ✅ कमाई का सीधा भुगतान बैंक खाते में

  7. ✅ महिलाओं को आत्मनिर्भर और “लखपति दीदी (Lakhpati Didi)” बनाने की दिशा में बड़ा कदम।

सरकार का लक्ष्य है कि राज्य की हर स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिला की वार्षिक आय ₹1 लाख रुपये तक पहुंचाई जाए।

पात्रता (Eligibility Criteria)

इस योजना का लाभ वही महिलाएं उठा सकती हैं जो निम्नलिखित शर्तों को पूरा करती हैं –

  1. महिला छत्तीसगढ़ की स्थायी निवासी हो।

  2. आवेदिका किसी पंजीकृत स्वयं सहायता समूह (SHG) की सक्रिय सदस्य हो।

  3. आवेदिका शिक्षित और कार्यशील होनी चाहिए।

आवश्यक दस्तावेज़ (Documents Required)

बिजली सखी योजना के लिए आवेदन करते समय निम्न दस्तावेज़ संलग्न करने आवश्यक हैं –

  1. आधार कार्ड की प्रति

  2. मोबाइल नंबर

  3. बैंक पासबुक की कॉपी (IFSC कोड सहित)

  4. शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र

  5. स्वयं सहायता समूह का पंजीकरण नंबर

आवेदन प्रक्रिया (How to Apply)

इस योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया ऑफलाइन (Offline) रखी गई है ताकि ग्रामीण महिलाएं आसानी से जुड़ सकें।

आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार है:

  1. इच्छुक महिला अपने नजदीकी ऊर्जा विभाग (Electricity Department) के कार्यालय से आवेदन फॉर्म प्राप्त करे।

  2. आवेदन पत्र को ध्यानपूर्वक भरें और सभी आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।

  3. भरे हुए फॉर्म को उसी कार्यालय में जमा करें जहां से फॉर्म लिया गया था।

  4. विभाग के अधिकारी सभी आवेदन की जांच करेंगे।

  5. पात्र महिलाओं की सूची बनाई जाएगी और उन्हें प्रशिक्षण के लिए बुलाया जाएगा।

  6. प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्हें “बिजली सखी” के रूप में कार्य सौंपा जाएगा।

प्रत्येक चयनित महिला को बिजली विभाग की ओर से प्रशिक्षण, उपकरण और आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।

आय का वितरण और कार्य व्यवस्था

कार्य पूरा होने के बाद बिजली सखियों को हर मीटर रीडिंग के लिए ₹12/- की दर से भुगतान किया जाएगा।
यह भुगतान प्रतिमाह सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाएगा।

योजना का कार्यकाल लचीला है — यानी महिलाएं अपने समय के अनुसार 5–7 दिन काम करके भी अपनी मासिक आय सुनिश्चित कर सकती हैं।

अन्य महिला केंद्रित योजनाएं

छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अन्य महत्वपूर्ण योजनाएं भी चला रही है, जैसे –

  1. महतारी वंदन योजना (Mahatari Vandan Scheme): जिसके तहत महिलाओं को हर महीने वित्तीय सहायता दी जाती है।

  2. महतारी शक्ति ऋण योजना (Mahtari Shakti Loan Scheme): जिसके अंतर्गत महिलाओं को ₹25,000 तक का ऋण दिया जाता है ताकि वे खुद का रोजगार शुरू कर सकें।

इन योजनाओं के साथ बिजली सखी योजना महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता का नया अध्याय खोलती है।

योजना का महत्व

आज के समय में जब हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं, तब बिजली सखी योजना न केवल महिलाओं को रोजगार का अवसर देती है, बल्कि समाज में उनकी भूमिका को भी मज़बूत बनाती है।

इस योजना से –

  • ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

  • बिजली विभाग को प्रशिक्षित मीटर रीडर मिलेंगे।

  • महिलाओं की सामाजिक स्थिति और आत्मविश्वास बढ़ेगा।

  • हर महिला आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन सकेगी।

संपर्क जानकारी (Contact Information)

यदि किसी महिला को योजना से जुड़ी जानकारी या सहायता चाहिए, तो वह अपने जिला विद्युत अधिकारी (District Electricity Officer) से संपर्क कर सकती है।
ऊर्जा विभाग के नजदीकी कार्यालय में जाकर भी पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

निष्कर्ष

छत्तीसगढ़ बिजली सखी योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की एक अनोखी पहल है।
यह योजना महिलाओं को घर के बाहर निकलने, कौशल विकसित करने और सम्मानजनक आय अर्जित करने का अवसर प्रदान करती है।
सिर्फ कुछ दिनों के काम से ₹6,000–₹12,000 की मासिक कमाई — यह साबित करता है कि अगर सरकार और समाज मिलकर काम करें तो “हर महिला बन सकती है लखपति दीदी”।

Comments

Popular posts from this blog

उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना

नव्या योजना

राजस्थान मुख्यमंत्री आयुष्मान दुर्घटना बीमा योजना