बिहार कृषि इनपुट अनुदान योजना 2025

 भारी बारिश और मौथा तूफान से फसल क्षति पर अब मिलेगा आर्थिक मुआवज़ा | पूरी जानकारी

बिहार सरकार किसानों के हित में लगातार कई योजनाएँ चला रही है, जिनका उद्देश्य खेती को सुरक्षित और किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। खेती एक ऐसा काम है जो प्रकृति पर निर्भर करता है। यदि मौसम अनुकूल रहे तो किसान की मेहनत सोना उगाती है, लेकिन यदि अचानक भारी बारिश, बाढ़ या मौथा तूफान आ जाए तो किसान की पूरी मेहनत पल भर में नष्ट हो जाती है। इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार ने किसानों को सहारा देने के लिए कृषि इनपुट अनुदान योजना शुरू की।

इस योजना के माध्यम से सरकार उन किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है जिनकी फसलें प्राकृतिक आपदाओं की वजह से 33% या उससे अधिक क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। यह आर्थिक सहायता सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है ताकि वे फिर से अपनी खेती शुरू कर सकें और आर्थिक संकट का सामना न करना पड़े।

इस लेख में हम बिहार कृषि इनपुट अनुदान योजना की योग्यता, लाभ, आवेदन प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज, महत्वपूर्ण तिथियाँ और अन्य सभी जरूरी जानकारी विस्तार से समझेंगे।

बिहार कृषि इनपुट अनुदान योजना क्या है?

बिहार सरकार ने वर्ष 2016 में इस योजना की शुरुआत की थी। इसका मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करना है। यदि किसी किसान की फसल बारिश, बाढ़ या मौथा तूफान से नष्ट हो जाती है, तो सरकार उनके खेत की स्थिति के अनुसार उन्हें मुआवज़ा प्रदान करती है।

यह योजना बिहार के सभी रैयत और गैर-रैयत दोनों प्रकार के किसानों के लिए लागू है। किसान को केवल यह प्रमाणित करना होता है कि उसकी फसल 33% या अधिक क्षतिग्रस्त हुई है।

योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता

किसानों को उनके खेत के प्रकार के अनुसार निम्न सहायता राशि दी जाती है:

1. गैर-सींचित कृषि भूमि (Non-Irrigated Land)

➡ ₹8,500 प्रति हेक्टेयर

2. सींचित कृषि भूमि (Irrigated Land)

➡ ₹17,000 प्रति हेक्टेयर

3. बारहमासी फसल (Perennial Crops जैसे गन्ना)

➡ ₹22,500 प्रति हेक्टेयर

4. अधिकतम लाभ

➡ सहायता अधिकतम 2 हेक्टेयर जमीन तक ही दी जाएगी।

5. न्यूनतम सहायता राशि

सरकार न्यूनतम सहायता राशि भी तय करती है ताकि छोटे खेत वाले किसानों को भी मदद मिल सके।

किसानों को इस योजना से क्या लाभ मिलेगा?

✔ प्राकृतिक आपदाओं से फसल का नुकसान होने पर तुरंत आर्थिक सहायता
✔ फसल फिर से बोने और खर्चों को पूरा करने में आसानी
✔ सभी श्रेणी के किसानों (रैयत + गैर-रैयत) के लिए उपलब्ध
✔ राशि सीधे बैंक खाते में (DBT के माध्यम से)
✔ हर माह नए आवेदन स्वीकार किए जाते हैं
✔ कोई भी किसान ब्लॉक, वसूधा केंद्र, CSC या DBT पोर्टल से आवेदन कर सकता है

यह योजना किसानों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करती है और प्राकृतिक आपदाओं के बाद भी उन्हें खेती जारी रखने में बड़ी मदद देती है।

बिहार कृषि इनपुट अनुदान योजना की पात्रता (Eligibility Criteria)

इस योजना का लाभ पाने के लिए किसान को निम्न शर्तें पूरी करनी होंगी:

  1. किसान बिहार राज्य का स्थायी निवासी हो।

  2. किसान रैयत या गैर-रैयत दोनों में से कोई भी हो सकता है।

  3. फसल को कम से कम 33% या अधिक नुकसान हुआ हो।

  4. नुकसान का कारण भारी बारिश, बाढ़ या मौथा तूफान होना चाहिए।

  5. किसान का 13 अंकों का किसान पंजीकरण नंबर होना अनिवार्य है।

  6. बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए।

  7. किसान परिवार में पति, पत्नी और बच्चे शामिल हों।

  8. फसल का ग्राउंड सत्यापन संबंधित अधिकारी द्वारा किया जाएगा।

आवश्यक दस्तावेज (Required Documents)

योजना के लिए आवेदन करते समय किसान को निम्न दस्तावेज अपलोड करने होंगे:

  • किसान और परिवार के सदस्यों का आधार कार्ड

  • 13 अंकों वाला किसान पंजीकरण नंबर

  • मोबाइल नंबर

  • बैंक पासबुक

  • LPC या लगान रसीद

  • हाल का रंगीन फोटो

  • भूमी का विवरण

  • स्वयं घोषणा पत्र (Self Declaration Form)

आवेदन कैसे करें? (Online Application Process)

किसान भाई इस योजना के लिए आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:

स्टेप-1: DBT Agriculture Portal खोलें

बिहार सरकार का आधिकारिक कृषि DBT पोर्टल खोलें।

स्टेप-2: ऑनलाइन सेवाओं में जाएँ

"Krishi Input Anudan Yojana 2025-26" विकल्प पर क्लिक करें।

स्टेप-3: किसान पंजीकरण नंबर दर्ज करें

किसान अपने 13 अंकों का पंजीकरण नंबर भरकर खोज (Search) पर क्लिक करें।

स्टेप-4: फार्म भरें

  • परिवार का विवरण

  • खेती की जमीन का विवरण

  • फसल की जानकारी

  • फसल क्षति का कारण

  • दस्तावेज अपलोड

सभी जानकारी सावधानी से भरें।

स्टेप-5: सबमिट करें

फॉर्म जमा करने के बाद जिला कृषि अधिकारी ऑनलाइन आवेदन और दस्तावेजों की जांच करेंगे।

स्टेप-6: ग्राउंड सत्यापन

अधिकारी खेत जाकर वास्तविक नुकसान की पुष्टि करेंगे।

स्टेप-7: स्वीकृति

स्वीकृति मिलने पर सरकार राशि आपके बैंक खाते में भेज देगी।

किसान अपने आवेदन की स्थिति भी किसान पंजीकरण नंबर से ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।

कहाँ से कर सकते हैं आवेदन?

किसान भाई इन जगहों से आवेदन कर सकते हैं:

✔ जिला कृषि कार्यालय
✔ ब्लॉक कृषि कार्यालय
✔ ई-किसान भवन
✔ कॉमन सर्विस सेंटर (CSC)
✔ वसूधा केंद्र
✔ अपने मोबाइल/कंप्यूटर से DBT पोर्टल पर

महत्वपूर्ण तिथियाँ (अक्टूबर 2025 क्षति के लिए)

  • आवेदन शुरू: 25 नवंबर 2025

  • अंतिम तिथि: 02 दिसंबर 2025

किसान भाई अंतिम तिथि से पहले आवेदन अवश्य करें।

हेल्पलाइन और संपर्क विवरण

  • कृषि इनपुट अनुदान योजना हेल्पलाइन: 1800-180-1551

  • DBT Agriculture Email: agridbtcell1@gmail.com

निष्कर्ष

बिहार कृषि इनपुट अनुदान योजना 2025 उन किसानों के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण योजना है जिन्हें प्राकृतिक आपदाओं की वजह से फसल नुकसान उठाना पड़ता है। सरकार द्वारा किसान को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना और उसे फिर से खेती शुरू करने में मदद करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। यदि आपकी फसल को भी अत्यधिक बारिश या मौथा तूफान से नुकसान हुआ है, तो आप यह योजना का लाभ अवश्य उठाएँ।

किसान भाई समय पर आवेदन करें और इस योजना को दूसरों तक भी पहुँचाएँ ताकि कोई किसान इस सहायता से वंचित न रहे।

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