राजस्थान मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना 2025

 राजस्थान एक ऐसा राज्य है जहाँ ग्रामीण जीवन और पशुपालन एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं। यहाँ के लाखों परिवार अपनी आजीविका का बड़ा हिस्सा दूध उत्पादक पशुओं पर निर्भर रखते हैं। ऐसे में अगर किसी वजह से दूध देने वाले पशु की अचानक मृत्यु हो जाए, तो पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है।

इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार ने मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना 2025 की शुरुआत की है। यह योजना राज्य के पशुपालकों के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम करेगी।

इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार दूध देने वाले पशुओं जैसे गाय, भैंस, बकरी, भेड़ और ऊंट का मुफ्त जीवन बीमा कराएगी। सबसे खास बात यह है कि इस योजना में पशुपालक को बीमा कराने के लिए एक भी पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा। पूरा खर्च सरकार स्वयं उठाएगी।

योजना का मुख्य उद्देश्य

मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना का उद्देश्य बेहद स्पष्ट है -
राज्य में पशुपालन करने वाले किसानों और परिवारों को आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाना। जब पशु की अचानक मृत्यु होती है, तब पशुपालक का नुकसान सिर्फ पशु का नहीं बल्कि उनके पूरे आय स्रोत का होता है। इस आर्थिक नुकसान की भरपाई करना ही इस योजना का मुख्य लक्ष्य है।

योजना के प्रमुख लाभ (Benefits)

यह योजना हर पशुपालक के लिए कई तरह से लाभदायक है। आइए इनके बारे में विस्तार से जानें:

1. पूरी तरह मुफ्त बीमा

राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई यह योजना 100% मुफ्त है। बीमा पॉलिसी लेने के लिए पशुपालक को कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा।

2. गाय/भैंस/ऊंट के लिए ₹40,000 तक का बीमा

अगर इनमें से किसी भी पशु की अचानक मृत्यु हो जाती है, तो पशुपालक को ₹40,000 तक की सहायता राशि दी जाएगी।

3. बकरी और भेड़ के लिए ₹4,000 तक सहायता

छोटे पशुओं के लिए भी सरकार आर्थिक राशि उपलब्ध कराएगी, ताकि छोटे पशुपालक परिवार भी सुरक्षित रहें।

4. दूध क्षमता और उम्र के आधार पर बीमा राशि निर्धारित

बीमा राशि पशु की उम्र, नस्ल और दूध उत्पादन के आधार पर तय की जाती है—इससे भुगतान सही मूल्यांकन के आधार पर होता है।

5. 21 दिनों के भीतर क्लेम सेटलमेंट

सरकार का दावा है कि क्लेम जितनी जल्दी हो सके सेटल किया जाएगा। अधिकतम 21 कार्य दिवसों में भुगतान पूरा कर दिया जाएगा।

6. लगभग 42 लाख पशुओं का बीमा

पहले चरण में 21 लाख पशुओं का बीमा किया गया। दूसरे चरण की शुरुआत के बाद कुल 42 लाख पशु कवर होंगे।

7. ग्रामीण अर्थव्यवस्था को स्थिरता

यह योजना सिर्फ पशुपालकों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे ग्रामीण समाज के लिए फायदेमंद है, क्योंकि पशुपालन क्षेत्र ग्रामीण आय का मुख्य स्रोत है।

कौन पात्र है? (Eligibility)

मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ पात्रता शर्तें तय की गई हैं:

  1. लाभार्थी राजस्थान का निवासी होना चाहिए।

  2. आवेदक के पास Jan Aadhar Card होना अनिवार्य है।

  3. पशु दूध उत्पादक होना चाहिए।

  4. पशु की पहचान (कान पर टैग, फोटो आदि) जरूरी है।

  5. एक परिवार अधिकतम उतने ही पशुओं का बीमा करा सकता है, जितना सरकार ने निर्धारित किया हो।

आवश्यक दस्तावेज (Required Documents)

आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के लिए निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  • जन आधार कार्ड

  • पशुपालक का फोटो

  • पशु का फोटो

  • बैंक पासबुक

  • मोबाइल नंबर

  • पशु से संबंधित विवरण (उम्र, नस्ल, दूध क्षमता)

इस योजना के लिए आवेदन कैसे करें? (Registration Process)

राजस्थान सरकार ने योजना में आवेदन प्रक्रिया को डिजिटल बनाया है ताकि अधिक से अधिक किसान आसानी से लाभ उठा सकें।

1. ऑनलाइन आवेदन पोर्टल पर जाएँ

सरकारी पशुपालन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट अथवा मोबाइल ऐप खोलें।

2. Jan Aadhar से लॉगिन करें

आपके जन आधार कार्ड से KYC वेरीफिकेशन किया जाएगा।

3. पशु की जानकारी भरें

पशु की उम्र, नस्ल, टैग नंबर, दूध क्षमता आदि विवरण जोड़ें।

4. फोटो अपलोड करें

पशु और पशुपालक की स्पष्ट फोटो अपलोड करें।

5. सबमिट कर दें

सभी जानकारी भरने के बाद आवेदन सबमिट कर दें।

6. वेरिफिकेशन शुरू

स्थानीय पशु चिकित्सक आपकी जानकारी का भौतिक सत्यापन करेंगे।

7. बीमा प्रमाणपत्र मिलेगा

वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद आपको बीमा पॉलिसी मिल जाएगी।

क्लेम कैसे करें? (Claim Process)

यदि बीमित पशु की मृत्यु हो जाती है, तो क्लेम प्रक्रिया इस प्रकार है:

  1. घटना की सूचना 24 घंटे के भीतर नजदीकी पशु चिकित्सक को दें।

  2. मृत्यु का प्रमाणपत्र (Postmortem Report) बनवाएं।

  3. ऑनलाइन पोर्टल पर क्लेम फॉर्म भरें।

  4. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें — फोटो, PM रिपोर्ट, बैंक विवरण आदि।

  5. आवेदन सबमिट करें।

  6. 21 कार्य दिवसों के भीतर राशि आपके बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी।

योजना क्यों जरूरी है? (Importance)

राजस्थान में पशुपालन सिर्फ एक परंपरा नहीं बल्कि लाखों लोगों के लिए आर्थिक सहारा है। दूध देने वाले पशु की अचानक मृत्यु कई परिवारों को आर्थिक संकट में डाल देती है।
इस योजना से न सिर्फ आर्थिक सुरक्षा मिलेगी बल्कि पशुपालन को बढ़ावा भी मिलेगा।

सरकार का यह कदम ग्रामीण विकास, दुग्ध उत्पादन और पशुपालकों के कल्याण की दिशा में एक बड़ा सुधार है।

महत्वपूर्ण बिंदु (Key Points)

  • बीमा एक वर्ष के लिए मान्य रहेगा।

  • पशुपालक को कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा।

  • आवेदन केवल ऑनलाइन होगा।

  • Jan Aadhar जरूरी है।

  • क्लेम ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकता है।

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. क्या यह योजना पूरी तरह मुफ्त है?

हाँ, इसमें पशुपालक को ₹1 भी भुगतान नहीं करना है।

2. क्या सभी पशु बीमा के लिए पात्र हैं?

नहीं, सिर्फ दूध देने वाले और उपयोगी पशुओं को कवर किया जाता है।

3. क्या अन्य राज्य के लोग इसका लाभ ले सकते हैं?

नहीं, यह योजना केवल राजस्थान के नागरिकों के लिए है।

4. कितने पशुओं का बीमा हो सकता है?

यह संख्या सरकार द्वारा तय की जाती है और समय-समय पर बदल सकती है।

5. क्लेम राशि कितने दिन में मिलती है?

अधिकतम 21 दिनों में राशि खाते में ट्रांसफर हो जाती है।

🟦 निष्कर्ष

मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना 2025 राजस्थान के पशुपालकों के लिए एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम है। यह न सिर्फ एक वित्तीय सुरक्षा कवच प्रदान करती है बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में स्थिरता भी लाती है।
अगर आप पशुपालक हैं या आपके परिवार में कोई पशुपालन करता है, तो इस योजना में रजिस्ट्रेशन जरूर कराएं। सरकार द्वारा मुफ्त में दिया गया यह लाभ आपके परिवार को बड़े आर्थिक जोखिम से बचा सकता है।

Comments

Popular posts from this blog

उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना

नव्या योजना

राजस्थान मुख्यमंत्री आयुष्मान दुर्घटना बीमा योजना